आज ही के दिन यानि 31 दिसंबर को भारत सहित विश्व इतिहास की प्रमुख घटनाएं इस प्रकार है–
1492 – इटली के सिसली क्षेत्र से 100,000 यहूदियों को निकाला गया।
1492 – इटली के सिसली क्षेत्र से 100,000 यहूदियों को निकाला गया।
1514 – बेल्जियम के प्रसिद्ध शल्य चिकित्सक वोज़ैलियस का ब्रसेल्ज़ में जन्म हुआ।
1600 – ब्रिटिश इस्ट इंडिया कंपनी की स्थापनी हुई।
1691 – आयरलैंड के प्रसिद्ध रसायनशास्त्री और भौतिक शास्त्री राबर्ट बोयल का निधन हुआ।
1756 – रूस ने वरसेल्स गठबंधन में शामिल हुआ।
1781 – अमेरिका का पहला बैंक 'बैंक आॅफ नार्थ अमेरिका' खुला।
1783 – उत्तरी अमेरिका के सभी राज्यों ने अफ्रीकी से दासों के आयात पर रोक लगाई।
1802 – मराठा पेशवा बाजीराव द्वितीय अंग्रेजों के संरक्षण में आये।
1827 – ब्रिटेन के अविष्कारक जान वाकर ने माचिस का आविष्कार हुआ।
1857 – महारानी विक्टोरिया ने कनाडा की नई राजधानी के लिए ओटावा को चुना।
1875 – डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेग में पूर्वी मामलों के विशेषज्ञ आर्थर क्रिस्टीनसिन का जन्म हुआ।
1902 – दक्षिण अफ्रीका के बोअरों तथा ब्रिटेन की सेना ने शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये।
1911 – मैरी क्यूरी ने अपना दूसरा, रसायन विज्ञान के लिए, नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया।
1925 – व्यंग्य के लिए मशहूर हिंदी लेखक श्रीलाल शुक्ल का जन्म हुआ था।
1929 – कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वराज की घोषणा की।
1944 – द्वितीय विश्व युद्ध में हंगरी ने जर्मनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।
– अमेरिकी राज्य उताह के ओगडन में रेल दुर्घटना में 48 लोगों की मौत।
1949 – विश्व के 18 देशों ने इंडोनेशिया को मान्यता दी।
1962 – नीदरलैंड ने दक्षिण पश्चिम प्रशांत महासागर में स्थित द्वीप न्यू गिनी को छोडा।
1964 – डोनाल्ड कैम्पबेल ने अपनी जेट नाव में बैठ कर पानी में सबसे तेज गति तय करने का विश्व रिकार्ड बनाया
– इंडोनेशिया को संयुक्त राष्ट्र से निष्कासित किया गया।
1965 – भारत के पूर्व स्पिनर लक्ष्मण शिवरामकृष्णन का जन्म हुआ। इन्होंने अपने करियर में 9 टेस्ट में 26 और 16 वनडे मैचों में 15 विकेट हासिल किए।
1975 – हिंदुस्तान के दिग्गज कवि दुष्यंत कुमार का निधन हुआ।
1983 – ब्रुनेई को ब्रिटेन से आजादी मिली।
1984 – राजीव गांधी दूसरी बार प्रधानमंत्री बने।
1992 – चेकोस्लोवाकिया का चेक गणराज्य और स्लोवाकिया में शांतिपूर्ण विघटन हुआ।
1999 – रूस के तत्कालीन राष्ट्रपति बोरिस येलत्सीन ने त्यागपत्र दे दिया और विलादमीर पुतीन उनके उतराधिकारी बने।